कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया – Hindi Story

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कहानी - आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story - विमल और रूपा की शादी को सात साल से ज्यादा हो चुके है।  विमल एक बैंक में कार्यरत है

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story – विमल और रूपा की शादी को सात साल से ज्यादा हो चुके है।  विमल एक बैंक में कार्यरत है और उसकी पत्नी रूपा एक शिक्षक है।  दोनों के दो बच्चे है एक लड़का और एक लड़की।  शादी के कुछ साल तो अच्छे चलते रहे, बहुत सी प्रोब्लेम्स आयी, और चली गयी, लेकिन दोनों के बिच प्यार बना रहा।  फिर धीरे धीरे रूपा ने विमल को समय देना काम कर दिया।  विमल बहुत बार कहता भी था लेकिन वो बातो को जो मोल टोल मटोल कर देती थी।  कहती थी की थक जाती हूँ, टाइम नहीं मिलता, नींद आ जाती है।  विमल भी रात को 12 1 बजे तक काम करता रहता था इसी इंतज़ार में की कब रूपा बेटी को सुला कर फ्री हो और कब हम दोनों एक अच्छा टाइम स्पेंड करे। लेकिन रोज की तरह रूपा बेटी को सुलटे सुलाते खुद भी सो जाती थी।  बस फिर विमल भी सोचता था की क्यों अब इसको जगाऊँ, क्यों इसको परेशान करूँ, थक गयी होगी बेचारी।  फिर विमल मोबाइल के भरोसे जगा रहता था, क्योंकि एक कासाहक सी होती थी, जब इंसान की जरूरतें और हसरते पूरी नहीं होती तो उसको कहा नींद आती है। 

बस विमल को पता ही नहीं चलता था की कब उसको नींद आ गए, सुबह के इंतज़ार में।  बस ये ही सोचता था की कोई नहीं सुबह वो उठेगी तो जरूर मेरे पास आएगी और मुझे बाहों में भर कर बहुत सारा प्यार करेगी।  लेकिन जैसे ही विमल उठता सुबह बस वो ही खली बिस्तर और अपनी बेटी को अपने पास सोया देखता था।  बस मन की जो कसक थी वो मन में ही दम तोड़ देती थी।  अरमान औंसुओं में बाह जाते थे।  विमल कुछ कह भी नहीं सकता था रूपा को क्योकि उसको बहुत बार कह के देख चूका था लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता था उसको।  पता नहीं क्यों वो ऐसी हो गयी थी।  पहले ऐसी बिलकुल भी नहीं थी।  लेकिन अब हफ्ता हफ्ता बीत जाता है उनको एक दूसरे को प्यार किये, और आराम से बैठ के प्यार से बातें किये।  अब विमल अपने आप को अकेला सा महसूस करने लगा था, रात रात भर जगता रहता था, जिससे उसकी हेल्थ ख़राब रहने लगी।  विमल ने बहुत कोसिस की मेरी तरफ रूपा का अट्रैक्शन हो जाये, बात करने की कोसिस करता था, हर तरह की उसको खुसी देने और खुस रखने की पूरी कोसिस करता था।  लेकिन रूपा नहीं बदली।  उसका वो ही रूटीन वो ही रवैया रहा। बस रोज बेटी को सुलाते सुलाते सो जाती थी, और सुबह उठ कर चली जाती थी। 

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story – विमल और रूपा

हर एक इंसान की कुछ इच्छाएं होती है कुछ अरमान होते है।  लेकिन विमल के अरमान महीने में केवल चार से पांच बार ही पुरे होते थे।  अब ऐसी भी क्या नींद इंसान की जो की अपने प्यार को ही भूल जाये, अपने प्यार की ही कोई परवाह न हो।  क्या इतना कच्चा प्यार होता ह एक पति पत्नी में की नींद उन पर हावी हो जाये और दोनों को अलग थलग रखे एक दूसरे स।  क्या एक प्यार में इतनी शक्ति नहीं की वो नींद को हरा सके।  नींद सबको आती है और सात आता घंटे की नींद रूपा अक्सर कर लेती थी।  और विमल अक्सर 5 घंटे भी मुश्किल से कभी अछि नींद ले पता था।  फिर भी हमेसा अपनी बाहें खोले रूपा का इंतज़ार करता रहा था सुबह शाम।  आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया।  विमल ने सोचा भी नहीं था की प्यार इतना कमज़ोर हो जायेगा की नींद उसको आसानी से हरा देगी।  विमल अपने आपको और अपनी किस्मत को कोस्टा रहता था दिन रात की म इतना बदनसीब क्यों हूँ। 

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story – विमल और रूपा

काम सबको होते है, रिस्पांसिबिलिटी विमल की भी इतनी ही थी जितनी की रूपा की, थकन और नींद विमल को भी आती थी , लेकिन बस अपने प्यार के लिए वो नींद को हरा देता था और शुरू हो जाता था उसका रात भर का इंतज़ार।  बस ज़िन्दगी ऐसे बेरंग सी गुजरने लगी तरही विमल की।  अब वो भी इंसान था करे तो क्या आकर उसके भी कुछ अरमा इच्छाएं थी, लेकिन रूपा को कभी नज़र नहीं आयी विमल की तड़प और कसक।  इसी वजह से विमल की उसके ऑफिस की एक एम्प्लोये तन्नू से दोस्ती हो गयी और वो दोनों इतने घुल मिल गए की एक दूसरे को साथ उन दोनों को ाचा लगने लगा, ककी विमल को चाहिए भी कोई ऐसा ही था की कोई उसके साथ प्यार से बैठ एक बाते कर सकते, दुःख दर्द साझा कर सक।  बस इसी गैप को तन्नू ने अच्छे से भर दिया।  अब उन दोनों में दोस्ती बढ़ती गयी, और गहरी होती गयी।  अब वो घर पर भी ज्यादा बोझ नहीं लेता था किसी चीज़ का।  अब रूपा उससे प्यार करे या न करे, उसको कोई फरक नहीं पड़ता था जैसे की रूपा को फरक नहीं पड़ता था।  बस विमल खुस खुस रहने लगा घर पर।  तन्नू और विमल में अब फिजिकल रिलेशन्स भी बन चुके थे और दोनों एक दूसरे को समझ चुके थे अच्छे से। अब विमल और तन्नू दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया।

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story – विमल और रूपा

विमल घर आये और रात को रूपा को कहा की तुम मुझे डाइवोर्स दे दो, मैं अब और तुम्हारे साथ नहीं रह सकता।  म थक गया हूँ रोज रोज ऐसे घुट घुट के जी के, अब मेरा डैम घुटने लगा है।  रोज मेरी इच्छाएं मेरे अरमान दिल में ही दम तोड़ देते है।  बहुत बार समझा चूका मैं तुमको, लेकिन तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता, बार बार कहने पर हफ्ते में एक बार प्यार कर पति हो, वो भी भीग मांग मांग कर, वो भी क्या प्यार जो भीग मांग कर किया जाये, प्यार तो वो होता है जो अपने आप दिल में अपनों के लिए जगे, किसी  के कुछ मांगने या कहने की जरूरत ही न पड़े।  जो अपने आप खिंचा चले आये हमारी तरफ बिन बुलाये ही, वो होता है असली प्यार, न की हर रात गिड़गिड़ाया जाये, या भीख मांगी जाये हर रोज। 

इस प्रतिक्रिया पर रूपा सकपका गयी, वो बस एक तक विमल को देखती रही।  उसकी ऊपर की सांस ऊपर, और निचे की साँस निचे अटक गयी।  वो हैरान थी, उसने सोचा भी नहीं था की एक दिन ये दिन भी देखना पड़ेगा।  वो वही सोफे पर बैठ गयी।  और सोचने लगी।  फिर विमल ने कहा की मैं और मेरे ऑफिस में मेरे साथ काम करती है तन्नू , हम दोनों शादी करने जा रहे है, तो मुझे डाइवोर्स चाहिए।  अब रूपा और ज्यादा घबरा गयी और उसके आंसुओं उसके गालों पर लुढ़कने लगे।  फिर रट हुए वो विमल से बोली की हमारे बच्चो का क्या होगा, विमल बोलै इन्हे ममें संभल लूंगा, तुम्हे इनकी कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।  रूपा बोली म अपने बचो के बिना एक पल भी नहीं रह सकती।  तुम्हे तलाक चाहिए तो ले लो, लेकिन मैं  अपने बच्चो को नहीं दूंगी तुम्हे।  बस फिर केस कोर्ट में गया, रूपा केस जीत गयी, अब बच्चे रूपा के पास थे, और विमल तन्नू के पास, उनका तलाक हो चूका था और तन्नू और विमल की शादी हो चुकी थी।  लेकिन रूपा को ये एह्साह हो चूका था की जो इंसान जब तक पास है उसकी अहमियत का हमें पता लगता है, और उसकी हमें कदर करनी चाहिए।  वो बैठी सोच रही थी की काश मविमल को वक़्त देती और उसकी कदर करती और बहुत सारा प्यार देती तो हमारी अच्छी खासी ज़िन्दगी में न कोई गैप बनता और न ही किसी तीसरे को मौका मिलता हमारे रिश्तों के बिच आने की हिम्मत होती। 

कहानी – आखिर नींद ने प्यार को हरा ही दिया | Hindi Story – विमल और रूपा

इस कहानी से हमें ये ही सिखने को मिलता है की इंसान की पास रहते कदर करनी चाहिए, नहीं तो कोई तीसरा आ के उसकी कदर करके उसको आपसे चीन ले जायेगा और उसका वो सब कुछ देगा जो आप देने में चूक गए और फिर बस आप रूपा की तरह अकेले राह जाओगे और हाथ मलते रह जाओगे।  तो अपने साथी को समय दो, बहुत सारा प्यार दो , अपनी नींद पे काबू करो, अपनी नींद को हराओ, अपने प्यार को इतना मजबूत बनाओ की बिन अपने साथी की बाहों में जाये आपको नींद ही न आये, प्यार को इतना कच्चा न बनने दे की नींद उसको हरा दे।  अपने प्यार में इतनी कसक इतना रोमांस, इतनी तड़प होनी चाहिए की आपको नींद ही न आये बिन प्यार के।  अपनी नींद की बजाय अपने प्यार को इम्पोर्टेंस दे। 

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